श्री के०बी०सिन्हा राजकीय बालिका इंटर कॉलेज देवानंदपुर रायबरेली की स्थापना रायबरेली जिले के कर्मयोगी श्री कुंवर बहादुर सिन्हा जी की प्रेरणा से उनकी धर्मपत्नी श्रीमती राजेश्वरी देवी जी के द्वारा 4 अक्टूबर 1949 को एक प्राथमिक विद्यालय के रूप में किया गया, जो क्रमशः 1 जुलाई 1971 को हाई स्कूल तथा 3 अगस्त 1973 को इंटरमीडिएट की मान्यता प्राप्त कर अमावां क्षेत्र में शिक्षा के वटवृक्ष के रूप में स्थापित हुआ और विद्यालय में पुरातन एवं अध्ययनरत छात्राओं के भविष्य को संवारने में अपना बहुमूल्य योगदान निरंतर दे रहा है।
विद्यालय में कला वर्ग एवं व्यवसायिक वर्ग स्काउट/गाइड, खेल के साथ ही अन्य पाठ्येतर क्रियाओं के माध्यम से कक्षा 1 से 12 तक की छात्राओं के सर्वांगीण विकास में प्रशिक्षित एवं दक्ष शिक्षिकाएं अनवरत प्रयासरत रहती हैं।शिक्षिकाएं छात्राओं को शैक्षिक एवं व्यवसायिक निर्देशन भी देती हैं,जिससे छात्राएं भविष्य में अपने मनपसंद रोजगार को करने में आनंदित महसूस कर सकें और आर्थिक रूप से सशक्त बन सकें।
विद्यालय में प्रतिवर्ष 1000 से अधिक छात्राओं की संख्या रहती है।छात्राएं 12 से 14 किलोमीटर की दूरी तय कर प्रतिदिन विद्यालय उपस्थित होती हैं। इस क्षेत्र में बालिकाओं के लिए यह सबसे बड़ा विद्यालय है। छात्राओं की टीम विद्यालय के अनुशासन के साथ-साथ विद्यालय की अनेक गतिविधियों में शिक्षिकाओं के नेतृत्व में भागीदारी करती हैं। जिससे छात्राओं में नेतृत्व की क्षमता का विकास हो सके।
विद्यालय का परीक्षा फल सदैव 80% से अधिक रहता है और बहुत बार तो 100% भी रहा है। विद्यालय से पढ़ने के बाद कई छात्राएं शिक्षा,पुलिस, खेल आदि विभागों में अपने योगदान से जिला,राज्य एवं देश की सेवा कर रही हैं। विद्यालय की ही पुरातन छात्रा अंतरराष्ट्रीय स्तर की जानी-मानी एथलीट सुधा सिंह खेल के क्षेत्र में देश को गौरवान्वित कर रही हैं, जिन्हें भारत सरकार ने पद्मश्री से भी सम्मानित किया है। सुधा सिंह के व्यक्तित्व से प्रभावित विद्यालय की डाली सोनकर भी कई प्रतिस्पर्धाओं में नेशनल लेवल तक प्रतिभाग कर रही हैं और मेडल व सम्मान पा रही है।